tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post1830890516409910233..comments2024-03-23T21:12:19.100-07:00Comments on Yeh Mera Jahaan: करवा-चौथ स्पेशलगिरिजा कुलश्रेष्ठhttp://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-80299454056387476432013-10-22T03:17:53.867-07:002013-10-22T03:17:53.867-07:00dard se lavrej.........!!
dard se lavrej.........!!<br />मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-57099470766265028602013-10-22T02:40:48.079-07:002013-10-22T02:40:48.079-07:00यह तो प्यार का इज़हार का त्यौहार है ,जहाँ प्यार नही...यह तो प्यार का इज़हार का त्यौहार है ,जहाँ प्यार नहीं वहाँ किस बात का तोहार /ब्रत?<br />नई पोस्ट <a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/10/blog-post_22.html#links" rel="nofollow"> मैं</a> कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-20330915778880480442012-11-15T07:41:11.854-08:002012-11-15T07:41:11.854-08:00ये कहानी ...कहानी ना होकर ...एक ऐसे समाज का आईना ह...ये कहानी ...कहानी ना होकर ...एक ऐसे समाज का आईना है जहाँ पति अपनी पत्नी को वो मान सम्मान नहीं देते जिसकी वो हकदार होती हैं ...और ये जसोदा उसी समाज को नकारने का साहस करती प्रतीत हो रही है .....बहुत बढिया Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-2877799505496025952012-11-15T02:32:55.335-08:002012-11-15T02:32:55.335-08:00सिक्के के दो पहलू ...
लोकेन्द्र सिंह की टिप्पणी से...सिक्के के दो पहलू ...<br />लोकेन्द्र सिंह की टिप्पणी से सहमत होने का मन कर रहा है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-21789069405619617842012-11-14T21:11:22.812-08:002012-11-14T21:11:22.812-08:00आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 15 - 11 -2012 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> .... आज की नयी पुरानी हलचल में ....<br /> कुछ पटाखे , कुछ फुलझड़ियाँ और कुछ उदास चुप्पियाँ.. .</a><br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-53295791379600578252012-11-09T22:16:41.927-08:002012-11-09T22:16:41.927-08:00खूबसूरत प्रस्तुति माफ़ कीजियेगा भूलवश आपको http://m...खूबसूरत प्रस्तुति माफ़ कीजियेगा भूलवश आपको http://mostfamous-bloggers.blogspot.in/ पर शामिल नहीं कर पाया था, परन्तु अब आपको शामिल कर दिया है। पधारेंअरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-28743529053562713042012-11-06T18:54:47.909-08:002012-11-06T18:54:47.909-08:00एक और उदाहरण -
'अइसन पुरुसबा के मुँहबो न देखल ...<br />एक और उदाहरण -<br />'अइसन पुरुसबा के मुँहबो न देखल ,<br />जे गरुब गरभ में दीन्हीं निकारि !'<br />- मन का आक्रोश आकिर कहीं तो निकलेगा ! <br />प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-89865085245809626092012-11-04T21:54:37.541-08:002012-11-04T21:54:37.541-08:00बिल्कुल सही ...
बिल्कुल सही ... <br /><br />सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-58046429286624923542012-11-04T08:58:02.130-08:002012-11-04T08:58:02.130-08:00ऐसे पतियों के लिए व्रत नहीं करना ही सबसे ठीक है......ऐसे पतियों के लिए व्रत नहीं करना ही सबसे ठीक है... मेरा तो मानना कि पत्नी को भी उसे उसी के तरीके से ट्रीट करना चाहिए.. वो मारपीट करे तो पत्नी भी झाड़ू लगा दिया करे दो-चार... लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-56160853398215836082012-11-04T08:55:27.236-08:002012-11-04T08:55:27.236-08:00जी हाँ जसोदा दिखी । और भी सहज व प्रभावी रूप में । ...जी हाँ जसोदा दिखी । और भी सहज व प्रभावी रूप में । सलिल भैया आपका लेखन कच्ची जमीन में पानी बहने जैसा है कण-कण समाता हुआ । छोटी-छोटी चीजों को खूबसूरती से साथ लेता हुआ । मुझे यह आपसे सीखने की जरूरत है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-39173071482231578732012-11-04T01:56:03.249-07:002012-11-04T01:56:03.249-07:00एक ही मानक से सबको कैसे मापा जा सकता है भला।एक ही मानक से सबको कैसे मापा जा सकता है भला।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-82051389569902099262012-11-03T23:56:49.525-07:002012-11-03T23:56:49.525-07:00बढिया बढिया travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-85446532513502387842012-11-03T23:51:53.379-07:002012-11-03T23:51:53.379-07:00दीदी,
सबसे पहले जसोदा के व्यवसाय से जुडी एक बात ज...दीदी,<br /><br />सबसे पहले जसोदा के व्यवसाय से जुडी एक बात जो आर्थिक न होकर सामाजिक हुआ करती थी/है... बचपन में हमारे घर एक चूड़ीवाली आती थीं. वो मुसलमान थीं, लेकिन हमारे सारे त्यौहार उन्हें हमारे पंडिज्जी से ज़्यादा याद रहते थे.. चूड़ियाँ पहनाते हुए पूरी खानदान का हाल चाल कह सुन लेती थीं..<br />/<br />जसोदा की बात से यही लगा कि ऐसी ही नारी हमारी परम्पराओं की प्रतिनिधित्व करती हैं.. जैसे फिल्म 'मदर इंडिया' या 'दीवार' की नारी पति के छोडकर चले जाने पर भी माथे पर बिंदिया सजाना नहीं भूलतीं.<br />/<br />और आखिर में उस घटना पर एक लिंक देता हूँ.. पढियेगा ज़रूर..शायद आपको आपकी जसोदा दिखाई दे जाए:<br />http://www.chalaabihari.blogspot.in/2010/09/blog-post_23.html<br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-66785526369409757052012-11-03T23:00:49.589-07:002012-11-03T23:00:49.589-07:00जो पति अपने परिवार का दाइत्व पूरा न कर सके उल्टे प...जो पति अपने परिवार का दाइत्व पूरा न कर सके उल्टे पत्नी को कष्ट पहुचाए उसके लिये कैसा ब्रत....जशोदा ने ठीक निर्णय लिया,,,,<br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/11/blog-post.html#links" rel="nofollow">: समय की पुकार है,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-17951967932144820802012-11-03T22:23:10.835-07:002012-11-03T22:23:10.835-07:00ऐसी स्थिति, ऐसी सोच - सामाजिक विडंबना ने दी .... क...ऐसी स्थिति, ऐसी सोच - सामाजिक विडंबना ने दी .... क्या सही और क्या गलत !रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com