tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post3615492823093339246..comments2024-03-23T21:12:19.100-07:00Comments on Yeh Mera Jahaan: आम आदमी गिरिजा कुलश्रेष्ठhttp://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-91763925443481176622016-10-24T09:51:18.966-07:002016-10-24T09:51:18.966-07:00सबसे अधिक द्विधायें और उदासीनता आम आदमी के ही हिस्...सबसे अधिक द्विधायें और उदासीनता आम आदमी के ही हिस्से आती है ,जो जनता कहलाती है और उसी की आड़ ले सब कुछ किया जाता है.प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-37624138470775011572016-10-22T00:05:54.670-07:002016-10-22T00:05:54.670-07:00सटीक रचना सटीक रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-55769454657011985512016-10-21T20:42:42.930-07:002016-10-21T20:42:42.930-07:00बहुत प्रभावी सटीक और करारा तमाचा ... आज के हालात क...बहुत प्रभावी सटीक और करारा तमाचा ... आज के हालात का यथार्थ चित्रण ... आपने तो मुझे कौलेज के दिनों की याद दिलाया दी जहाँ हम भी सामाजिक चेतना पर इसी तरह की रचनाएँ मंच पर बोला करते थे और ख़ूब वाहवाही लूटते थे ... बहुत लाजवाब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com