tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post6006347085414935413..comments2024-03-23T21:12:19.100-07:00Comments on Yeh Mera Jahaan: घर-वापसी गिरिजा कुलश्रेष्ठhttp://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-12198670598800744252019-03-24T11:22:12.480-07:002019-03-24T11:22:12.480-07:00जो हैं, वही रहें - उसीमें खैर है।
चल खुसरो घर आपन...जो हैं, वही रहें - उसीमें खैर है। <br />चल खुसरो घर आपनो, सामयिक हों या असामयिक, हम हम हैं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-8238081201248003292015-01-27T23:48:29.667-08:002015-01-27T23:48:29.667-08:00वाह गिरिजाजी, आपकी कलम के कायल तो पहले से ही थे......वाह गिरिजाजी, आपकी कलम के कायल तो पहले से ही थे... अब यह व्यंग्य पढने के बाद आपको दिली मुबारकबाद ! सही निष्कर्ष निकला है आपने..कुछ लेना न देना मगन रहना...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-64173355188932713172015-01-07T10:12:04.961-08:002015-01-07T10:12:04.961-08:00भाई , मान गई . मुझसे पहले आपने समझ लिया और जबाब भ...भाई , मान गई . मुझसे पहले आपने समझ लिया और जबाब भी दे दिया . गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-77675860404223271692015-01-07T06:51:14.135-08:002015-01-07T06:51:14.135-08:00आपका जी.के. देखकर तो दंग हूँ मैं. न आपने इस ब्लॉग ...आपका जी.के. देखकर तो दंग हूँ मैं. न आपने इस ब्लॉग को कभी विज़िट किया है और न ही आज भी पढने का कष्ट उठाया है. अगर पढ़ा होता और आप रेग्युलर विज़िटर होते तो एक सम्भ्रांत महिला को "सर" कहकर सम्बोधित नहीं करते! चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-68471520165343705472015-01-07T06:36:55.890-08:002015-01-07T06:36:55.890-08:00Thank you sir. Its really nice and I am enjoing to...Thank you sir. Its really nice and I am enjoing to read your blog. I am a regular visitor of your blog.<br /><a href="http://www.myexam.org" rel="nofollow">Online GK Test</a>DOThttps://www.blogger.com/profile/09337423507270158061noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-39244170349419695032015-01-05T06:10:20.907-08:002015-01-05T06:10:20.907-08:00'जब तक आप दीन हीन हैं , असहाय व निरीह हैं ,आपक...'जब तक आप दीन हीन हैं , असहाय व निरीह हैं ,आपको अपनों से अपनत्त्व मिलता रहेगा ,इधर आपकी आँखों में चमक और होठों पर मुस्कान दिखी तो उधर अपनों के मन में जबरदस्त ऐंठन शुरू कि हाय राम उसके लडके ने तो यह परीक्षा भी निकाल ली ! ..कि अब तो वह घर में भी पांच सौ से कम की साडी नहीं पहनती'<br /><br />Tamam mudde jin par dil-o-dimag me bahas jaari thi, aj unka nishkarsh apke is samvad se nikla h. Bahut se aam logo k dil ki Awaj banne k liye apka shukriya didi, or sath hi badhayi bhi. Ek or Umda blog !!! :) :) :)Dishahttps://www.blogger.com/profile/11114604137711403946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-53171323873745013102015-01-03T10:00:18.812-08:002015-01-03T10:00:18.812-08:00इधर भी हाथ आज़मा लिया अच्छा किया .व्यंग्य भी ज़रूर...इधर भी हाथ आज़मा लिया अच्छा किया .व्यंग्य भी ज़रूरी हो जाता है कभी-कभी - सो 'गुन' की परख हो गई !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-56671109000951423902015-01-02T08:59:25.169-08:002015-01-02T08:59:25.169-08:00सलिल भैया , आपने पास करदी तो रचना सार्थक . फिर तो...सलिल भैया , आपने पास करदी तो रचना सार्थक . फिर तो मैं इस पोस्ट को भी पढ़ने कहूँगी जो आपसे छूट गई है .http://yehmerajahaan.blogspot.in/2013/04/blog-post_5.html गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-45800557321763725942015-01-02T06:27:25.538-08:002015-01-02T06:27:25.538-08:00दीदी! आज तो आपने झाम्सी की रानी बनकर ज़बरदस्त तलवार...दीदी! आज तो आपने झाम्सी की रानी बनकर ज़बरदस्त तलवार... क्षमा, कलम चलाई है! जो भी हो, अपने लिये तो यह भी एक बोनस ही है. चाहे कोसने के बहाने ही सही, हमें आपका यह अवतार देखने को तो मिला. अब भले ही आप घर वापसी कर लें हमें क्या! <br />आपकी इस बात - <br />"एक लम्बे-चौड़े अनुभव से ज्ञात हुआ कि जब तक आप दीन हीन हैं , असहाय व निरीह हैं ,आपको अपनों से अपनत्त्व मिलता रहेगा ,इधर आपकी आँखों में चमक और होठों पर मुस्कान दिखी तो उधर अपनों के मन में जबरदस्त ऐंठन शुरू..."<br />से याद आया... परसाई जी ने भी लिखा था कि मित्र वही होता है जो आपके सुख में साथ खड़ा हो. भला विपत्ति में साथ देने वाला भी कोई मित्र होता है!!नये साल के आरम्भ में आपकी इस धमाकेदार एण्ट्री के लिये आपका शुक्रिया. <br />अंत में घर के सभी बड़े छोटों को हम सबों की ओर से शुभ नववर्ष का सन्देश!!<br /><br />चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7529418855709302892.post-51688840806757807232015-01-01T05:26:41.883-08:002015-01-01T05:26:41.883-08:00खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो हो...खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो होता है पर नया साल कई उमंग और उत्साह के साथ दस्तक देगा ऐसी उम्मीद है। नवर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com