क्या कभी
सोचा है तुमने कि
गन्दी
नाली साफ करते हुए
वह कीचड़
में लिथड़ा आदमी
क्या सोचता होगा ,
क्या सोचता होगा ,
जब कोई
गुजर जाता होगा
एकदम साफ दमकता
महकता
चमचमाती
कार में या बाइक पर
सर्राटे
भरता हुआ उसके बगल से
उसे एकदम
नज़रअन्दाज़ करके .
सोचो और
सोचकर देखो
मैं सोचती हूँ और पाती हूँ खुद को विनत
कीचड में लिथड़े
आदमी के सामने जो
निष्काम भाव से
करता रहता है अपना काम .