मेरे देश अटल अविचल प्रिय
तू मेरा विश्वास ।
तुझसे ही है जीवन मेरा
जाग्रत हैं अहसास ।
रची-बसी हैं मेरी साँसें
तेरे ही कण-कण में ।
तेरी राह चलूँ
अविजित रह
बाधाओं से रण में .
रहने को धरती है तेरी ,
उड़ने को आकाश .
मेरे देश .......
तम मन धन तुझको अर्पित हैं
तू मेरा अभिमान ।
तेरे हित जीने मरने में
है मेरा सम्मान ।
तुझमें ही घुल मिल जाने की ,
मिटे कभी ना प्यास .
मेरे देश .....
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं ।
तू मेरा विश्वास ।
तुझसे ही है जीवन मेरा
जाग्रत हैं अहसास ।
रची-बसी हैं मेरी साँसें
तेरे ही कण-कण में ।
तेरी राह चलूँ
अविजित रह
बाधाओं से रण में .
रहने को धरती है तेरी ,
उड़ने को आकाश .
मेरे देश .......
तम मन धन तुझको अर्पित हैं
तू मेरा अभिमान ।
तेरे हित जीने मरने में
है मेरा सम्मान ।
तुझमें ही घुल मिल जाने की ,
मिटे कभी ना प्यास .
मेरे देश .....
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं ।
सबको शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना,,,
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST: आज़ादी की वर्षगांठ.
अतिसुन्दर ,स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंआपके मातृभूमि प्रेम को ह्रदय से नमन।
जवाब देंहटाएंदेश है तो हमारी पहचान है ... नमन है इस भारत भू को ...
जवाब देंहटाएंआपको स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...
ब्लॉग बुलेटिन की ६०० वीं बुलेटिन कभी खुशी - कभी ग़म: 600 वीं ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंमनोहारी भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंदेश प्रेम की इस भावना को सलाम!!
जवाब देंहटाएंदीदी! बहुत मिस कर रहा हूँ इस ब्लॉग को.. मगर जैसे ही फुर्सत मिलेगी, सब पढ़ जाउंगा!! बहुत सी क्लास छूट गयी है मेरी!
:)
बहुत सुन्दर कविता :)
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभ कामनाएं ।
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