नौ तारीख सितम्बर की यह भोर सुहानी,शातायुश्य तुम प्राप्त करो वर देवें भवानी,छोटे मुन्ने गोद में जब किलकारी भरतेअम्मा कहतीं, मुन्ने का पापा है मुन्नू!
इस अतुल्य आशीष के लिये आभारी हूँ
मुबारक हो।------ये है ब्लॉग समीक्षा की 32वीं कड़ी..मिलें पैसे बरसाने वाला भूत से...
आप सबको शुभकामनायें।
मुबारक हो।
बहुत प्यारी कविता है मम्मी
ढेरों आशीष...बधाइयाँ...
बधाई और शुभकामना ।
आप सबकी अत्यन्त आभारी हूँ । शुभ-कामनाएं यूँ हीं आती रहें। उम्मीदें बढाती रहें । कदम मेरे आगे बढते रहेंगे ,आपकी प्रेरणाएं राह दिखाती रहें ।
बधाइयाँ... बधाइयाँ... बधाइयाँ... बधाइयाँ...
बधाई और बहुत शुभकामनाएं ...
नौ तारीख सितम्बर की यह भोर सुहानी,
जवाब देंहटाएंशातायुश्य तुम प्राप्त करो वर देवें भवानी,
छोटे मुन्ने गोद में जब किलकारी भरते
अम्मा कहतीं, मुन्ने का पापा है मुन्नू!
इस अतुल्य आशीष के लिये आभारी हूँ
जवाब देंहटाएंमुबारक हो।
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ये है ब्लॉग समीक्षा की 32वीं कड़ी..
मिलें पैसे बरसाने वाला भूत से...
आप सबको शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंमुबारक हो।
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी कविता है मम्मी
जवाब देंहटाएंढेरों आशीष...
जवाब देंहटाएंबधाइयाँ...
बधाई और शुभकामना ।
जवाब देंहटाएंआप सबकी अत्यन्त आभारी हूँ । शुभ-कामनाएं यूँ हीं आती रहें। उम्मीदें बढाती रहें । कदम मेरे आगे बढते रहेंगे ,आपकी प्रेरणाएं राह दिखाती रहें ।
जवाब देंहटाएंबधाइयाँ... बधाइयाँ... बधाइयाँ... बधाइयाँ...
जवाब देंहटाएंबधाई और बहुत शुभकामनाएं ...
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