वे दो शब्द--
मरहम से,
दे दो उसे
जो गिरा है अभी-अभी
लगा लेगा
अपने ताजा जख्मों पर ।
वे दो शब्द--
उत्तीर्ण होने की सूचना जैसे,
पेपर बिगडने के बावजूद
दे दो उसे ।
जो फेल होजाने पर
शर्मिन्दा हो ।
अपने आप से
चल सके फिर से
नये हौसले के साथ ।
वे दो शब्द-
अनायास ही
किसी किताब के पन्नों में मिल गये,
नोटों जैसे
दे दो उसे
जो तलाश रहा हो बेचैनी के साथ
अलमारी का कोना-कोना
पर्स गुल्लक तकिया बिछौना
एक-एक अठन्नी के लिये
महीने के आखिरी दिनों की
तंगहाली में ।
वे दो शब्द-
जवाब देंहटाएंअनायास ही
किसी किताब के पन्नों में मिल गये,
नोटों जैसे
दे दो उसे
जो तलाश रहा हो बेचैनी के साथ
अलमारी का कोना-कोना
पर्स गुल्लक तकिया बिछौना
एक-एक अठन्नी के लिये
महीने के आखिरी दिनों की
तंगहाली में ।
बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति.......
सान्त्वना के दो शब्द अपने अन्दर संबल का आगार लिये जीते हैं, बढ़ने का आधार लिये जीते हैं।
जवाब देंहटाएंवे दो शब्द-
जवाब देंहटाएंअनायास ही
किसी किताब के पन्नों में मिल गये,
नोटों जैसे
दे दो उसे
जो तलाश रहा हो बेचैनी के साथ
अलमारी का कोना-कोना
पर्स गुल्लक तकिया बिछौना
एक-एक अठन्नी के लिये
महीने के आखिरी दिनों की
तंगहाली में । gahan abhivyakti
प्रेम और सहानुभूति के दो शब्द कितने मायने रखते हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत पसन्द आया
जवाब देंहटाएंहमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवाद
ज़िन्दगी में कभी-कभी उन दो शब्दों को बहुत ही बड़ा महत्त्व होता है। जीवन की दिशा और दशा ही बदल जाती है।
जवाब देंहटाएंDo Shabd, Prashansa ke? Santavanaa ke? yaa fir Acknowldgement ke?
जवाब देंहटाएंBahut Badhiyaa Abhivykati... Yahee to sabhee talaashate hain jindagee bharr.
दो शब्द...
जवाब देंहटाएंसचमुच दो सार्थक शब्द
दुनिया बदलने की क्षमता रखते हैं...
सादर...
दो शब्द...
जवाब देंहटाएंसचमुच दो सार्थक शब्द
बहुत पसन्द
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें
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बहुत सुंदर उपहार है दो शब्दों का जो वक्त पर किसी के काम आयें! आभार!
जवाब देंहटाएंवाह ..बहुत सुन्दर ..हौसला बढने के लिए प्रेम के शब्द ही काफी हैं ... सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंदो शब्द वाकई किसी की भी जिंदगी को बदल देने की सामर्थ्य रखते है...गहन भावों को समेटे एक सार्थक एवं प्रेरक प्रस्तुति. आभार.
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
गिरिजा जी ... आपकी इस कविता ने बहुत कुछ कह दिया मुझसे .. मैं इसे प्रेम की बेहतरीन अभिव्यक्ति कहूँगा .. आपने बहुत कुछ अपने शब्दों के सहारे कह दिया है .. बहुत सच्ची और अच्छी कविता ....
जवाब देंहटाएंबधाई
आभार
विजय
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कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.html
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जवाब देंहटाएंweb hosting india
बहुत ही सुंदर भावाभिव्यक्ति। बधाई।
जवाब देंहटाएंbahut achchi lagi......
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